




प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हिमाचल प्रदेश में दो रैलियां कर चुनावी हुंकार भर गए। पीएम ने पांच साल बाद सरकार बदलने की परंपरा पर कड़ा संदेश दिया। पीएम ने इसके नुकसान भी गिनाए व विकास के लिए स्थिर सरकार का महत्व बताया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा पांच पांच साल वालों ने हिमाचल का बहुत नुकसान करवाया है। वह दवाई के उदाहरण से प्रदेश के लोगों को पांच-पांच साल में सरकार बदलने के दुष्प्रभाव समझा गए। उन्होंने कहा कि बार बार दवाई व डाक्टर बदलने से बीमारी नहीं जाती है। किसी को फायदा नहीं होता है। हिमाचल में ऐसी ही गलती होती रही। किसी ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली। लोगों की समस्याओं की शिमला में बैठने वालों ने चिंता नहीं की, क्योंकि उन्हें पता था कि पांच साल बाद तो आना ही नहीं। जनता अगर जवाबदेही चाहती हैं तो इस बार रिवाज बदल कर देंखे।पहले से दोगुना गति के साथ विकास होगा। उन्होंने शनिवार को सुंदरनगर के जवाहर पार्क में मंडी संसदीय क्षेत्र के प्रत्याशियों के पक्ष में विजय संकल्प रैली को संबोधित किया।
पीएम माेदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कांग्रेस ने रक्षा सौदों के नाम पर कांग्रेस ने दलाली की। इसका खामियाजा व नुकसान हिमाचल की वीर माताओं को झेलना पड़ा। सीमा पर देश व प्रदेश के जवान बलिदान हुए। लेकिन अब ऐसा नहीं है। रक्षा सौदों में कोई देरी नहीं होती है।
पीएम मोदी ने कहा कि हिमाचल का यह बेटा दिल्ली में आपके लिए कुछ करना चाहता हूं। पांच साल से कर रहा हूं और आगे भी करना चाहता हूं। गलती से यहां आपने गलत लोगों को बिठा दिया तो दिल्ली बैठ कर कुछ नहीं कर सकता।
पांच नहीं 25 साल की विकास यात्रा तय करेगा यह चुनाव
हिमाचल का इस बार का चुनाव बहुत खास है। 12 नवंबर को जो वोट पड़ेंगे वो आने वाले पांच नहीं 25 साल की विकास यात्रा तय करेंगे। देश आजादी व हिमाचल अपने स्थापना के 100 वर्ष मनाएगा।
तेज विकास के लिए स्थिर सरकार जरूरी
मोदी ने कहा कि प्रदेश के तेज विकास के लिए स्थिर सरकार जरूरी है। भाजपा यानी स्थिरता, भाजपा यानी सेवा भाव, भाजपा यानी सदभाव, भाजपा यानी विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता। इस चुनाव में हिमाचल के लोग भाजपा की जोरदार वापसी की ठान चुके हैं। सैनिकों व वीर मातओं की ये धरती जब संकल्प लेती है तो उसे सिद्ध करके दिखाती है।
मैंने तय किया था कि मंडी जाऊंगा और क्षमा मागूंगा
मुझे कुछ दिन पहले मंडी आना था लेकिन मौसम प्रतिकूल होने से नहीं आ सका। उसी दिन मैंने तय कर लिया था कि जब भी हिमाचल चुनावी रैलियां शुरू होंगी सबसे पहले मैं मंडी जाऊंगा और यहां की जनता से क्षमा मागूंगा। मंडी और हिमाचल के लोगों ने इतना कष्ट उठाया और मैं पहुंच नहीं पाया। इसकी पीड़ा मेरे मन में हमेशा रहेगी|
याद किए गंगाराम, दिले राम और दामोदर दास
मोदी ने कहा कि सुंदरनगर में बातें करना मेरा क्रम बन गया था। तब मैंने नहीं सोचा था कि देश और हिमाचल की सेवा का मौका मिलेगा। सुंदरनगर के पुराने साथी बात किया करते होंगे तो उन्हें भी आश्चर्य हुआ करता होगा। ठाकुर गंगा सिंह, दिले राम व दामदोर दास जैसे अनेक सहयोगियों से मैंने बहुत कुछ सीखा था।