




छह मार्च को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दौरे को लेकर पुलिस विभाग अलर्ट हो गया है। पुलिस मुख्यालय से कुछ अधिकारियों को उत्तरकाशी भेजा गया है, वहीं जनपद में भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। प्रधानमंत्री विशेष विमान से जौलीग्रांट पहुंचेंगे, इसके बाद उत्तरकाशी जाएंगे। जौलीग्रांट व आसपास सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कमांडेंट पीएसी प्रीति प्रियदर्शनी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने मंगलवार को ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों की ब्रीफ्रिंग की। अधिकारियों ने सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा करते हुए सतर्क रहकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने के लिए निर्देशित किया। कहा कि सभी अधिकारी व कर्मचारी ड्यूटी के दौरान निर्धारित समय से तीन घंटे पूर्व अपने ड्यूटी स्थल पर पहुंचकर अपने प्रभारी अधिकारी को रिपोर्ट करेंगे। ड्यूटी स्थल व उसके आसपास के स्थानों को भली-भांति चेक करेंगे। ड्यूटी में नियुक्त सभी अधिकारी व कर्मचारी अपने साथ पहचान पत्र तथा ड्यूटी कार्ड अवश्य रखें। इसके अतिरिक्त ड्यूटी में नियुक्त पुलिस बल को निर्देशित किया कि ड्यूटी के दौरान मोबाइल फोन का उपयोग न करें और ना ही बिना बताए ड्यूटी प्वाइंट को छोड़कर जाएं। ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी। कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से जौलीग्रांट व उसके आसपास के क्षेत्रों में संदिग्ध व्यक्तियों की तलाश के लिए चेकिंग सुनिश्चित की जाए। साथ ही आसपास स्थित ऊंचे भवनों, पानी की टंकियों व अन्य स्थानों की बम निरोधक दस्ता व स्वान टीम से चेकिंग कराते हुए उन स्थानों पर आवश्यक पुलिस बल की तैनाती की जाए। सभी थाना प्रभारियों को अपने-अपने थाना क्षेत्रों में धर्मशालाओं, होटलों, बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन आदि स्थानों पर चेकिंग अभियान चलाकर बाहरी एंव संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ कर उनके सत्यापन की कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
प्रधानमंत्री मुखवा में चपकन पहनकर कर सकते हैं पूजा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को मुखवा में पारंपरिक परिधान चपकन पहनकर मां गंगा की पूजा-अर्चना कर सकते हैं। गंगोत्री मंदिर समिति ने यह परिधान प्रधानमंत्री को भेंट करने का निर्णय लिया है। मंदिर के तीर्थपुरोहित भी इसी परिधान को पहनकर पूजा करते हैं। पूर्व में प्रधानमंत्री के मुखवा प्रवास के दौरान जाड़-किन्नौरी समुदाय की ओर से तैयार किए जाने वाले पट्टू के कोट-पजामा व पहाड़ी टोपी पहनने की बात सामने आई थी।