उत्तराखंड। प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चारधाम यात्रा को लेकर सभी तैयारियां लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं और यात्रा को सुगम , सुव्यवस्थित और सरल बनाने की पूरी तैयारियां भी कर चुके हैं ।
आगामी 30 अप्रैल से उत्तराखंड में चारधाम यात्रा की शुरुआत होने जा रही है। प्री बुकिंग देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि यात्रा को लेकर पूरे देश विदेश के भक्तों में खासा उत्साह है। मात्र 15 मिनट में ही 39 हजार हेली टिकट की बुकिंग होना दर्शाता है कि देश के कोने कोने से यात्री चारधाम दर्शनों के लिए आना चाहते हैं । ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के माध्यम से भी अबतक 14 लाख से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं ।
मुख्यमंत्री धामी शुरू करवा रहे हैं यात्रा को मूल स्वरूप।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी यात्रा को मूल स्वरूप में संचालित करवाने जा रहे हैं। यानि कि अब धामों में यात्रियों की संख्या को सीमित रखने जैसा प्राविधान नहीं होगा बल्कि यात्रा अधिक व्यवस्थित रूप से संचालित की जाएगी।
अब यात्री छोटे छोटे यात्रा पड़ावों पर भी रुक सकेंगे जिससे स्थानीय होम स्टे और होटल व्यवसायियों को भी इसका खासा लाभ मिलेगा।
चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करना हुआ अब आसान।
जी हां इस बार आवश्यक नहीं है कि यात्री को ऑनलाइन ही रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य होगा बल्कि सरकार ने इसमें शिथिलता करते हुए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था भी रखी हुई है। यानि कि अब यात्रा पर आने के लिए किसी तरह की कोई अड़चन सामने नहीं आएगी।
यात्रा से आयेगा उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था में जबरदस्त उछाल।
यात्रा को लेकर दिख रहे उत्साह से अनुमान लगाया जा रहा है कि जहां यात्रा पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ेगी वहीं इससे स्थानीय स्तर पर व्यवसायियों को भी लाभ मिलेगा। चार धाम यात्रा को लेकर स्थानीय लोग काफी उत्साहित हैं उनका कहना है प्रधान मंत्री मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अथक प्रयासों से चारधाम यात्रा को पूरे विश्व में एक नई पहचान मिली हैं जिससे यात्रा से जुड़े प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार से उत्तराखंड की आर्थिकी में भी बढ़त देखने को मिलेगी। आपको बता दें कि लाखों लोगों की आजीविका यात्रा पर निर्भर है इसलिए यह एक शुभ संकेत माना जा रहा है।
चार धाम यात्रा को ग्रीन यात्रा बनाने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का फोकस।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस बार यात्रा को ग्रीन यात्रा बनाने पर फोकस कर रहे हैं। इसलिए लिए बद्री केदार मंदिर समिति ने बकायदा शुरुआत भी कर दी है । आपको बता दें कि इस बार प्रसाद भी जूट की थैलियों में दिया जाएगा।
यात्रा को लेकर राजनीति करना उचित नहीं
पिछली बार यात्रा को लेकर विपक्षी दलों द्वारा भ्रम भी फैलाया गया था कि यात्रा को डायवर्ट किया जा रहा है जिसका जवाब उन्हें केदारनाथ उपचुनाव में जनता ने दे दिया।
दरअसल यात्रा को लेकर राजनीति करना किसी के लिए भी अच्छा नहीं माना जा सकता।
ऐसे में धामी सरकार लगातार सभी से श्रद्धालुओं के भव्य स्वागत की अपील कर रही है।
