After Hamas, bombs rained on Hezbollah positions, many posts destroyed
इजरायल डिफेंस फोर्स ने हिज्बुल्ला और हमास पर ताजा हमले किए हैं। आईडीएफ ने कहा है कि उसने दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्ला के कई ठिकानों पर हमला किया है। जिसमें एक मिलिट्री कंपाउंड और चौकी भी शामिल है, जिसे तबाह कर दिया गया है। इजरायल मिलिट्री के एयरक्राफ्ट ने लेबनान सीमा पर हिज्बुल्ला की टेरर सेल को निशाना बनाया। इसमें हिज्बुल्ला को भारी नुकसान हुआ और आतंकवादियों के हथियारों को नष्ट कर दिया गया। हमले में हिज्बुल्ला का एंटी टैंक मिसाइल लांचर भी नष्ट हुआ है। जिस सेल पर आईडीएफ ने हमला किया, उस पर श्लोमी शहर के पास एक मिसाइल लॉन्च करने की योजना बनाने का संदेह था।
फिलिस्तीन की वफा न्यूज के मुताबिक, इजरायल की सेना के एयरक्राफ्ट ने गाजा शहर में अल-शिफा और अल-कुद्स अस्पतालों के पास हवाई हमले किए हैं। इन हमलों में जानमाल के नुकसान की जानकारी अभी सामने नहीं आ सकी है। इजरायल की सेना ने भी ये कहा है कि उसकी ओर से गाजा पट्टी में हमास के दर्जनों ठिकानों पर बमबारी की गई है। इजरायल की इस ताजा कार्रवाई के बाद माना जा रहा है कि वह जल्दी गी जमीन पर भी सैन्य अभियान शुरू कर सकता है। हालांकि अमेरिका अभी ऐसा करने से इजरायल को रोक रहा है।
अमेरिका नहीं चाहता जल्दीबाजी में गाजा में जमीनी लड़ाई शुरू करे इजरायल (America does not want Israel to start ground war in Gaza in a hurry)
अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, बाइडेन एडमिनिस्ट्रेशन चाहता है कि गाजा में इजरायल अभी जमीनी अभियान शुरू ना करे। अमेरिका गाजा में बंधक बनाए गए लोगों को छुड़ाने के लिए समय चाहता है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायल प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से भी बात की। रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका इजराइल से जमीनी के लिए इंतजार करने की सलाह दे रहा है।
अमेरिका, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली और ब्रिटेन के नेताओं ने संयुक्त बयान जारी कर हमास के खिलाफ इजरायल की लड़ाई को समर्थन दिया है। साथ ही आम लोगों के जिंदगी की रक्षा करने का भी आह्वान किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, कनाडाई प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल के साझा बयान में कहा है कि हम इजरायल का आतंकवाद के खिलाफ खुद की रक्षा के अधिकार का समर्थन करते हैं। इन नेताओं ने गाजा से दो बंधकों की रिहाई का स्वागत किया और बाकी बंधकों की तत्काल रिहाई का आह्वान किया। 7 अक्टूबर को आतंकी संगठन हमास के हमले के बाद इजरायल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद से बाइडेन ने पश्चिमी नेताओं के साथ इजरायल के समर्थन में यह दूसरा संयुक्त बयान दिया है। बयान में संघर्ष को फैलने से रोकने, मध्य पूर्व में स्थिरता बनाए रखने और शांति की दिशा में काम करने के लिए प्रतिबद्धता जताई गई है।