प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अथवा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जल्द ही उत्तराखंड में एक रैली को संबोधित कर सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के नौ साल पूरे होने के उपलक्ष्य में 30 मई से देशभर में चलने वाले भाजपा के महासंपर्क अभियान के दौरान देश में 51 रैलियां प्रस्तावित हैं, जिन्हें प्रधानमंत्री संबोधित करेंगे। ऐसे में माना जा रहा है कि उत्तराखंड से विशेष लगाव को देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी यहां रैली को संबोधित कर सकते हैं। उधर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उनकी स्वयं भी इच्छा है कि प्रधानमंत्री उत्तराखंड आएं।
भाजपा के महासंपर्क अभियान के दौरान उत्तराखंड में पांचों लोकसभा क्षेत्रवार एक-एक रैलियां प्रस्तावित की गई हैं। इनमें केंद्रीय मंत्रियों के आने का कार्यक्रम निर्धारित किया जा रहा है। प्रदेश भाजपा से मिली जानकारी के अनुसार अभी रैलियों की तिथि व स्थान तय नहीं हुए हैं। जहां तक प्रधानमंत्री की रैली का प्रश्न है तो संभव है कि राजस्थान व मध्य प्रदेश के बाद वह उत्तराखंड में रैली को संबोधित करें। यद्यपि, इसका कोई कार्यक्रम अभी नहीं मिला है। प्रधानमंत्री की रैली के लिए तिथि मिलती है तो फिर स्थल का चयन किया जाएगा।
उधर, मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री के उत्तराखंड के प्रस्तावित भ्रमण के बारे में पूछने पर कहा कि प्रधानमंत्री का देवभूमि से विशेष अनुराग है। राज्यवासियों को उनके दौरे को लेकर उत्सुकता रहती है। उनकी स्वयं भी इच्छा है कि प्रधानमंत्री यहां आएं। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में राज्य में लगभग डेढ़ लाख करोड़ की योजनाएं स्वीकृत हुई हैं।
मंत्रिमंडल विस्तार व दायित्व वितरण पर चर्चा:
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार देर शाम को अचानक प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचकर प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार, प्रदेश महामंत्री आदित्यराम कोठारी, खिलेंद्र चौधरी व राजेंद्र बिष्ट के साथ बैठक की। समझा जा रहा है कि इस दौरान मंत्रिमंडल में रिक्त चार पदों को भरने के साथ ही दायित्व वितरण के संबंध में मुख्यमंत्री ने संगठन से चर्चा की।
यद्यपि, बताया गया कि बैठक में 30 मई से 30 जून तक चलने वाले भाजपा के महासंपर्क अभियान के साथ ही 19 व 20 मई को देहरादून में प्रस्तावित पार्टी की प्रांतीय कार्यसमिति के संबंध में विमर्श हुआ। लोकसभा क्षेत्रवार रैलियों के साथ ही प्रधानमंत्री की संभावित रैली को लेकर भी मंथन हुआ। साथ ही कहा गया कि यदि प्रधानमंत्री की रैली का कार्यक्रम उत्तराखंड को मिलता है तो इसके लिए तैयारियों को अभी से पूर्ण रखा जाए।